महाकुंभ में 92 लाख में बिकी कचौड़ी की दुकान
इलाहाबाद । उत्तर प्रदेश महाकुंभ-2025 के निकट होने के साथ ही यहां के व्यवसायिक धंधे में भी चर्चा है। संगम के पास कचौड़ी की दुकान का एक साल का किराया 92 लाख है। यह दुकान महाकुंभ-2025 में स्थापित होने वाली है। संगम के निकट कचौड़ी के एक और किनारे लड्डू की दुकान भी है जो 75 लाख में बिकी है। इसके बावजूद यहां की दुकानों के लिए महाकुंभ के डेढ़ महीने और मेलों में ही खरीदारों की भीड़ होती है। महाकुंभ में तैयारियां अपने जोर-शोर से चल रही हैं। कुल 4 हजार हेक्टेयर में मेला क्षेत्र बनाया जा रहा है, जिसमें 40 करोड़ लोगों की संभावना है। ऐसे में हर व्यवसायी चाहता है कि वह महाकुंभ में अपना व्यवसाय शुरू करे, क्योंकि उन्हें कमाई की बड़ी संभावनाएं हैं। मेला क्षेत्र में एक प्रसाद और पूजन सामग्री की दुकान पर गए, जिसका किराया पहले के मुकाबले कहीं अधिक है। 15 बाई 30 की एक जमीन के लिए पहले 3-4 लाख रुपए देने पड़ते थे, लेकिन अब 16 लाख रुपए की बोली लगानी पड़ी है। संगम के पास प्रसाद-माला बेचने की दुकान के लिए भी लगभग समान ही राशि चुकानी पड़ रही है। यहां भी जमीन की मांग पर भारी कीमत पड़ रही है। महाकुंभ के स्थानांतरण और व्यवसायिक मोड के साथ, दुकानदारों को विश्वास और उत्साह से काम करना होगा। इन दुकानों की लोकेशन चुनने पर जानकारों की पूरी तरह से निर्भरता है कि उनका व्यवसाय सफल होगा या नहीं।