मध्य प्रदेश में किंगमेकर हो सकते है नारायण
मैहर । तीसरे चेहरे ने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्यशियों के लिए बना दी राह मुश्किल, दलो को बागियों की बगावत पड़ सकती है भारी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कई बागियों ने बगावत की है जिसमे मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने अपनी अलग पार्टी विन्ध जनता पार्टी बनाने का नतीजा है कि भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशीयो के सामने बड़ी चुनौती है तीसरे चहेरे पर भी जनता भरोसा जता सकती है ऐसी स्थिति कई अहम सीटो पर बनी है जो कांग्रेस और भाजपा के पास लंबे समय तक रिजर्व के तौर पर रही है मप्र में 2018 के विधानसभा चुनाव के जब नतीजे आए थे तो भाजपा 109 और कांग्रेस को 114 सीटे मिली थी मप्र में किसी भी दल को सरकार बनाने के लिए 116 सीटों की जरूरत होती है ऐसे में किंगमेकर की भूमिका में निर्दलीय ,सपा, बसपा के विधायक थे रिजल्ट से पहले एक बार फिर 2018 वाली स्थिति को लेकर पूर्वानुमान लगा रहे है भाजपा और कांग्रेस समेत प्रदेश के लोगो की नजर निर्दलीय और छोटे दलो के उमीदवार पर टिक गई है पूरे प्रदेश में ऐसे चहेरों की संख्या आठ से नौ हो सकती है दरअसल 3 दिसंबर को एमपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। वोटिंग से पहले आए ओपिनियन पोल में दोनों में से किसी दल बहुमत के आंकड़े के करीब नहीं पहुंच रहा है एमपी में सट्टा बाजार इसी को इशारा कर रहा है ऐसे में भाजपा और कांग्रेस इन्हें साधने की जगत में जुड़ गई है इनमें से अधिकांश चेहरे इन्हीं दलों से बागी होकर अपनी पार्टी बनकर मैदान में है